Up Board Exam Me Roll Number Kaise Likhe 2025: यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए शामिल होने वाले सभी छात्र एवं छात्राओं को स्कूल अध्यापक द्वारा रोल नंबर के बारे में बता दी गई है जिन स्टूडेंट को अपने रोल नंबर के बारे में अभी तक जानकारी नहीं हुई तो उनको परेशान होने की जरूरत नहीं क्योंकि सभी विद्यालय में माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा प्रवेश पत्र भेजी जा चुकी है और बहुत जल्द स्कूल अध्यापक द्वारा प्रवेश पत्र एक से दो दिनों के भीतर विद्यार्थियों को बुलवाकर वितरण कर दी जाएगी उसके बाद प्रवेश पत्र में अपना अनुक्रमांक देख सकते हैं।
यूपी बोर्ड रोल नंबर 7 अंकों का होता है जिसे परीक्षा के समय कॉपी में शब्द एवं अंक दोनों प्रकार से लिखना होता है परीक्षा आयोजित होने के बचे शेष दिनों में स्टूडेंट को रोल नंबर लिखने का प्रेक्टिस दिन में एक दो बार करना चाहिए क्योंकि बोर्ड एग्जाम के दृष्टि से रोल नंबर परीक्षार्थियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है अगर रोल नंबर कॉपी में गलत लिख बैठे तो उत्तर पुस्तिका की पहचान न होने में कई सारी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
इसलिए बोर्ड परीक्षा के समय कक्ष निरीक्षक के द्वारा उत्तर पुस्तिका दिए जाने पर सभी प्रकार के दी गई दिशा निर्देश को पढ़कर उत्तर पुस्तिका में रोल नंबर लिखने का कार्य प्रारंभ करें रोल नंबर कॉपी में लिखने के दौरान कुछ स्टेप्स नहीं समझ में आ रहा तो परेशान होने की जरूरत नहीं कक्ष निरीक्षक से सलाह ले सकते हैं ज्यादातर विद्यार्थी डर के कारण उत्तर पुस्तिका में आवश्यक डिटेल भरने के दौरान न समझ में आते हुए भी जल्दबाजी के चक्कर में गलत दर्ज कर देते हैं।
Up Board Exam Me Roll Number Kaise Likhe?
जिन विद्यार्थियों की स्कूल में कक्षा अध्यापक द्वारा प्रवेश पत्र वितरण की जा चुकी है तो प्रवेश पत्र के जरिए दी गई अनुक्रमांक को अभी से लिखने का अच्छी प्रैक्टिस निरंतर करते रहें क्योंकि ज्यादातर रोल नंबर लिखने में समस्या हाई स्कूल कक्षाओं के विद्यार्थियों को होती है इंटर कक्षाओं के विद्यार्थी पिछली कक्षा यानी दसवीं की बोर्ड परीक्षा को दिए रहते हैं जिसके कारण उनको ज्यादा समस्या नहीं होती है कक्ष निरीक्षक के द्वारा कॉपी में रोल नंबर लिखने का निर्देश दिए जाने के बाद लगभग सभी विद्यार्थी सफलतापूर्वक रोल नंबर लिख पाते हैं।
Up Board Exam Me Roll Number Kaise Likhe Class 10th
यूपी बोर्ड कक्षा 10वीं की परीक्षा के लिए शामिल होने वाले विद्यार्थियों को रोल नंबर लिखने प्रेक्टिस अभी से करते रहना चाहिए क्योंकि रोल नंबर 7 अंकों का होता है जिसे शब्द एवं अंक दोनों प्रकार से कॉपी में लिखना होगा अंत में विद्यार्थी रोल नंबर आसानी से लिख लेते हैं परंतु शब्द में लिखते समय छोटी-छोटी त्रुटियां कर बैठते हैं जिसके कारण एग्जामिनर के द्वारा कॉपी की पहचान नहीं हो पाती है।
रोल नंबर शब्द में लिखने का दो तरह से तरीका होता है उदाहरण के लिए मान कर चलो ये 34,56,789 आपका रोल नंबर है इसको शब्द में लिखने के लिए पहला तरीका चौंतीस लाख छप्पन हजार सात सौ नवासी करके लिख सकते हो वहीं दूसरा तरीका तीन, चार, पांच, छः, सात, आठ, नौ करके लिख सकते हैं।
दसवीं बोर्ड परीक्षा में स्टूडेंट को उत्तर पुस्तिका एवं ओएमआर शीट दी जाएगी जिसमें आप सभी को रोल नंबर, विषय का नाम, प्रश्न पत्र कोड अथवा अन्य मांगे गए जरूरी जानकारी दर्ज करनी होगी रोल नंबर शब्दों में लिखने से पहले कक्ष निरीक्षक से जरूरी सलाह लें फिर रोल नंबर को ध्यानपूर्वक लिखें। हर पन्ने की शुरुआत में रोल नंबर लिखना बिल्कुल भी न भूलें ताकि आपकी कॉपी में फिर बदल न हो।
यूपी बोर्ड 12वीं एग्जाम के कॉपी में रोल नंबर कैसे लिखें?
इंटरमीडिएट कक्षाओं के लिए बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों को अनुक्रमांक शब्द एवं अंक में लिखने की प्रैक्टिस प्रत्येक दिन एक से दो बार करते रहना होगा ताकि परीक्षा के समय उत्तर पुस्तिका में रोल नंबर बिना किसी गड़बड़ी के शुद्ध तरीके से लिख सकें वैसे तो ज्यादा समस्या इंटरमीडिएट विद्यार्थियों को नहीं होगी क्योंकि पिछले कक्षा हाई स्कूल बोर्ड एग्जाम की परीक्षा को दे चुके हैं पेपर में आए प्रश्नों का उत्तर लिखने से पहले सबसे ऊपर उत्तर पुस्तिका के हर पन्ने में पृष्ठ नंबर एवं रोल नंबर लिखना अनिवार्य है ये नियम पिछले 3 वर्षों से लागू है जिसके कि कॉपी में फेर बदल होने से बचा जा सकता है।

नमस्कार! मेरा नाम विकास है, पिछले दो वर्षों मैं बोर्ड परीक्षाओं से संबंधित लेख लिखने का शौक़ीन हूँ। मेरा लक्ष्य बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को स्पष्ट, सरल और आसानी से समझ में आने वाली जानकारी प्रदान करना है। upboard25.com वेबसाइट के माध्यम से, मेरा उद्देश्य छात्रों को यूपी बोर्ड, एमपी बोर्ड, बिहार बोर्ड, राजस्थान बोर्ड, झारखंड बोर्ड समेत अन्य की नवीनतम खबरों और घटनाक्रमों से अपडेट रखना है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनके पास अपनी परीक्षाओं में सफल होने के लिए आवश्यक सभी संसाधन हों।